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नयनाभिराम भगवान श्रीबालकराम
क्या दिव्य स्वरूप है, लगता है भगवान अभी कुछ बोल देंगे । भगवान श्रीबालकराम का दूर्वादल के समान श्यामल स्वरूप नैनों को अपार सुख देने वाला है । निहारते ही आंखें झर-झर झरने लगती हैं । रात्रि में सोते समय भी वे बार-बार मन में दस्तक देते हुए आंखों के सामने उपस्थित हो जाते हैं । लगता है मन उस नयनाभिराम छवि पर ही अटक गया है ।
Shiv
एकाम्रेश्वर जहां बालुका-लिंग में विराजते हैं शिव
एकाम्रेश्वर का क्षितिलिंग दक्षिण भारत में शिवकांची में स्थित है । एकाम्रेश्वर-लिंग पार्वती जी द्वारा निर्मित बालुका-लिंग है, जिसकी वे पूजा करती थीं ।
Krishna
भगवान श्रीकृष्ण और कमल
धन्य है कमल ! संसार में अन्य किसी को यह सौभाग्य नहीं मिला, जिसकी उपमा श्रीकृष्ण के सभी अंगों से दी जा सके और जिस पर स्वयं श्रीयुगल सरकार विराजमान रहें ।