Tag: lakshmi puja
दीपावली को लक्ष्मीजी के साथ गणेशजी व अन्य देवी-देवताओं की पूजा...
जानें, क्यों कार्तिक कृष्ण अमावस्या—दीपावली के दिन शुभ मुहुर्त में देवी महालक्ष्मी के साथ गणेशजी और अन्य देवी-देवताओं जैसे—शंकरजी, हनुमानजी, दुर्गाजी, सरस्वतीजी आदि की मिट्टी की नयी प्रतिमाओं का विशेष पूजन किया जाता है ।
शरद पूर्णिमा : जब चन्द्रकिरणों से बरसता है अमृत
इस दिन रात्रि में देवी महालक्ष्मी यह देखने के लिए पृथ्वी पर घूमती हैं कि ‘कौन जाग रहा है’ । जो जाग रहा है उसे धन देती हैं । इस व्रत में ऐरावत पर सवार इन्द्र व महालक्ष्मी का पूजन कर उपवास किया जाता है ।
लक्ष्मी प्राप्ति के लिए जलायें संध्या काल में दीपक
संध्या काल प्रकाश रूप परमात्मा से जुड़ने का समय है इसलिए इस समय न तो खाना खाना चाहिए क्योंकि इससे अस्वस्थता आती है, न पढ़ना चाहिए क्योंकि पढ़ा हुआ याद नहीं रहता और न ही काम भावना रखनी चाहिए क्योंकि ऐसे समय के बच्चे आसुरी गुणों के होते हैं ।
शरत्पूर्णिमा पर महालक्ष्मी को करें इन नामों से प्रसन्न
देवी कमला बहुत उदार, दयामयी, यश और त्रिलोकी का वैभव देने वाली हैं । नाम-स्मरण से ही प्रसन्न होकर वे साधक को कुबेर के समान धन-सम्पत्ति (धन-धान्य, गाय, घोड़े, पुत्र, बन्धु-बांधव, दास-दासी) प्रदान करती हैं ।
दीवाली पूजन में कुबेर पूजा क्यों?
नवनिधियों के स्वामी कुबेर
राजाधिराज कुबेर सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की धन-सम्पदा के स्वामी होने के साथ देवताओं के भी धनाध्यक्ष (treasurer) हैं। संसार के गुप्त या...