Tag: mahalaxmi
दक्षिण काशी की अधीश्वरी देवी : महालक्ष्मी अंबाबाई
महालक्ष्मी मन्दिर जिसे लोग अंबाबाई मन्दिर भी कहते हैं, 51 शक्तिपीठों में से एक हैं । सती के तीनों नेत्र यहीं गिरे थे । यहां की शक्ति महिषमर्दिनी और भैरव क्रोधीश हैं । महालक्ष्मी मन्दिर ही महिषमर्दिनी का स्थान है ।
अलक्ष्मी तथा लक्ष्मी का प्रादुर्भाव व उनके निवासयोग्य स्थान
समुद्रमंथन से काषायवस्त्रधारिणी, पिंगल केशवाली, लाल नेत्रों वाली, अत्यन्त बूढ़ी, दन्तहीन तथा चंचल जिह्वा को बाहर निकाले हुए, घट के समान पेट वाली एक ऐसी ज्येष्ठा नाम वाली देवी उत्पन्न हुईं, जिन्हें देखकर सारा संसार घबरा गया।
इन्द्र द्वारा राज्यलक्ष्मी प्राप्त करने के लिए की गयी महालक्ष्मी स्तुति
नित्य पाठ के लिए महालक्ष्मी स्तोत्र