Tag: गीता श्लोक
भगवान कहां रहते हैं
मनुष्य की आत्मा में स्थित सत्यस्वरूप परमात्मा उसे अच्छे-बुरे की पहचान करा देता है । इसी बात को कबीरदासजी ने इस प्रकार कहा है—‘तेरा साहिब है घर मांही, बाहर नैना क्यों खोले ।’
गीता में सगुण और निर्गुण भक्ति
गोपियां निर्गुण ब्रह्म से सगुण श्रीकृष्ण को श्रेष्ठ बताती हुई उद्धवजी से कहती हैं—‘हे उद्धव ! आपका अनोखा रूप रहित ब्रह्म हमारे किस काम का है, अर्थात् वह हमारे किसी काम का नहीं है । हमें तो ऐसे सगुण-साकार ब्रह्म की चाह है, जिसे हम देख सकें और जो हमारे बीच रहकर हमारे सभी दैनिक कार्यों में सहायक हो ।’