जप योग

शास्त्रों में भी यज्ञों की अपेक्षा जप-यज्ञ को श्रेष्ठ बतलाया गया है । इसमें तो चाहे बालक हो, चाहे बूढ़ा, चाहे स्त्री हो या पुरुष, सभी को जप करने का समान अधिकार है । जानें, जप कितने प्रकार का होता है ?

सच्चा ज्ञान : अष्टावक्र और राजा जनक संवाद

राजा जनक को ‘ज्ञान’ देकर अष्टावक्रजी चले गए और उस ज्ञान को धारण कर राजा जनक ‘देही’ से ‘विदेही’ बन गए । राजा जनक और ऋषि अष्टावक्र के बीच का संवाद ‘अष्टावक्र गीता’ के नाम से जाना जाता है ।