Tag: संध्या आरती के पद
लक्ष्मी प्राप्ति के लिए जलायें संध्या काल में दीपक
संध्या काल प्रकाश रूप परमात्मा से जुड़ने का समय है इसलिए इस समय न तो खाना खाना चाहिए क्योंकि इससे अस्वस्थता आती है, न पढ़ना चाहिए क्योंकि पढ़ा हुआ याद नहीं रहता और न ही काम भावना रखनी चाहिए क्योंकि ऐसे समय के बच्चे आसुरी गुणों के होते हैं ।
वल्लभ सम्प्रदाय में श्रीकृष्ण की वात्सल्यपूर्ण अष्टयाम सेवा
पुष्टिमार्ग में ठाकुरजी की अर्चना को ‘सेवा’ क्यों कहते हैं ?