सांवले सलोने सुंदर श्याम

श्रीराधा की शोभा बढ़ाने के लिए श्रीकृष्ण ने धारण किया श्याम रंग।

क्या है श्रीसत्यनारायण व्रतकथा का संदेश

सत्य को नारायण मानकर उसे अपने जीवन में उतारने का व्रत लेने वालों की कथा है ‘सत्यनारायण व्रतकथा’

जैसा भाव वैसे भगवान

वैष्णव वह है जो अपने दोषों को देखे, दूसरों के नहीं

कलिकाल का तारक महामन्त्र

इसे ‘तारकब्रह्म’ भी कहते हैं क्योंकि यह मन्त्र परब्रह्म का वह रूप है जिसके जपने मात्र से ही मनुष्य संसार-सागर से पार हो जाता है।

सौ हाथों से कमाओ और हजार हाथों से दान करो

क्यों द्रौपदी का भोजनपात्र कभी नहीं होता था खाली

व्रज के निराले ठाकुर श्रीबांकेबिहारीजी

श्रीबांकेबिहारीजी के दर्शन में बार-बार क्यों लगाया जाता है पर्दा ?

विश्व-रंगमंच के सूत्रधार श्रीकृष्ण

गांधारी की तेजदृष्टि से वज्र-सी देह होने पर भी क्यों मारा गया दुर्योधन?

मन, इन्द्रिय और प्राणों में कौन है सबसे श्रेष्ठ?

शरीर में पंचप्राणों का स्थान व कार्य क्या है?

क्यों भक्त की चोट भी सहते हैं भगवान

महाभारत-युद्ध में किसको छूते ही वैष्णवास्त्र बन गया वैजयन्तीमाला