Tag: श्राद्ध का इतिहास
श्राद्ध का प्रचलन कब शुरु हुआ ?
मरे हुए मनुष्य अपने वंशजों द्वारा पिण्डदान पाकर प्रेतत्व के कष्ट से छुटकारा पा जाते हैं । पितरों की भक्ति से मनुष्य को पुष्टि, आयु, लंतति, सौभाग्य, समृद्धि, रामनापूर्ति, वाक्सिद्धि, विद्या और सभी सुखों की प्राप्ति होती है । सुन्दर-सुन्दर वस्त्र, भवन और सुख साधन श्राद्ध कर्ता को स्वयं ही सुलभ हो जाते हैं ।