Home Tags गोवर्धन

Tag: गोवर्धन

श्रीगिरिराज चालीसा

श्रीराधा ने श्रीकृष्ण से कहा–’प्रभो ! जहां वृन्दावन नहीं है, यमुना नदी नहीं हैं और गोवर्धन पर्वत भी नहीं है, वहां मेरे मन को सुख नहीं मिल सकता है ।’ भगवान श्रीकृष्ण ने अपने गोलोकधाम से चौरासी कोस भूमि, गोवर्धन पर्वत एवं यमुना नदी को भूतल पर भेजा ।

श्रीकृष्ण द्वारा गिरिगोवर्धन-पूजन महोत्सव

देवराज इन्द्र परब्रह्म परमात्मा को ‘मनुष्य’, उनके चिन्मय तत्वों को ‘जड’ और भगवान के लीला सहचरों को ‘सामान्य’ मान बैठे थे। इन्द्र की भोगवादी संस्कृति ने ग्वालों को भीरु बना दिया, तब श्रीकृष्ण ने उनमें आत्मचेतना का दिव्यमन्त्र फूंक कर उन्हें स्वयं पर भरोसा करने वाला आत्मविश्वासी बनाया। गोपालक व लोक संस्कृति का पुनर्जागरण कर गिरिराज गोवर्धन की पूजा का विधान बताया।

श्रीकृष्ण सर्वगुणसम्पन्न एवं सोलह कलाओं से युक्त युग पुरुष

वसुदेवसुतं देवं कंसचाणूरमर्दनम्। देवकीपरमानन्दं कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्।। भगवान श्रीकृष्ण अनन्त ऐश्वर्य, अनन्त बल, अनन्त यश, अनन्त श्री, अनन्त ज्ञान और अनन्त वैराग्य की जीवन्त मूर्ति हैं।...