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प्रभु श्रीनाथजी के अनन्य सखा श्रीगोविन्दस्वामी
कलियुग में सच्चिदानन्द भगवान श्रीकृष्ण ही गिरिगोवर्धन पर ‘देवदमन श्रीनाथजी’ रूप में प्रकट हुए हैं। गोविन्दस्वामी को भगवान श्रीकृष्ण के सखा श्रीदामा का अवतार माना जाता है। श्रीनाथजी उनके साथ हंसते-खेलते थे। देखने वालों को प्रत्यक्ष आंखों से कुछ नहीं दिखलायी पड़ता था पर उनकी भगवान के साथ मित्रता के गवाह थे--गुंसाईं श्रीविट्ठलनाथजी। गोविन्दस्वामी अपने गुरु गुंसाईंजी से अपने और श्रीनाथजी के प्रेम में झगड़ने और सुलह-सफाई के किस्से बिना किसी संकोच के कह दिया करते थे।