Tag: विभिन्न पुराणों में ग्यारह रुद्रों के नाम
दु:खनाश के लिए भगवान शिव के ग्यारह रुद्ररूप
आध्यात्मिक दृष्टि से दस इन्द्रियां और मन—ये ग्यारह प्राण ही एकादश रुद्र हैं । ये निकलने पर प्राणियों को रुलाते हैं, इसलिए ‘रुद्र’ कहे जाते हैं।