Tag: नामदेव की दासी संत जनाबाई
सेवक बनकर जनाबाई की सहायता करते भगवान
जनाबाई चक्की पीसते समय भगवान के ‘अभंग’ गाया करती थी। गाते-गाते जब वह अपनी सुध-बुध भूल जाती, तब उसके बदले में भगवान स्वयं चक्की पीसते और जनाबाई के अभंग सुनकर प्रसन्न होते। नदी से पानी लाते समय, चक्की से आटा पीसते समय, घर की झाड़ू लगाते समय और कपड़े धोते समय भगवान स्वयं जनाबाई का हाथ बंटाते थे।