श्रीबालकृष्ण की मानसी सेवा-पूजा विधि
ईश्वर के लिए हमारे मन में जो उत्तम भाव उठते लगते हैं वही पुष्प हैं। इन्हीं सब भावों को बार-बार भगवान के साथ जोड़ना, इसी को पुष्पांजलि कहते हैं। यही सब करते-करते भगवान में समा जाना–मानो आनन्द के समुद्र में डूब रहे हों। यही डूबना-उतरना भगवान की मानसी-सेवा-पूजा है।
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