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श्रीगणेश को मोदक क्यों सबसे अधिक प्रिय है ?

गणेशजी की मोदक-प्रियता ने मानव जीवन में माधुर्य का संचार कर दिया है । घर में कोई शुभ अवसर हो, चाहें बच्चे का जन्म-उत्सव हो, मुण्डन संस्कार हो, बेटी या बेटे की सगाई, शादी या गौना हो, परीक्षा में सफलता हो, प्रमोशन हो, चुनाव में जीत बो या अन्य कोई खुशी का अवसर हो; सभी में बेसन की बूंदी से बने ‘मोतीचूर के लड्डुओं के बिना हृदय के आह्लाद-खुशी का प्रकटीकरण नहीं होता है ।

दीपावली को लक्ष्मीजी के साथ गणेशजी व अन्य देवी-देवताओं की पूजा...

जानें, क्यों कार्तिक कृष्ण अमावस्या—दीपावली के दिन शुभ मुहुर्त में देवी महालक्ष्मी के साथ गणेशजी और अन्य देवी-देवताओं जैसे—शंकरजी, हनुमानजी, दुर्गाजी, सरस्वतीजी आदि की मिट्टी की नयी प्रतिमाओं का विशेष पूजन किया जाता है ।

बच्चे का मुण्डन संस्कार क्यों कराया जाता है ?

यह समय बच्चे के दांत निकलने का होता है इसके कारण शरीर में कई तरह की परेशानियां होती हैं । बच्चे का शरीर निर्बल होकर उसके बाल झड़ने लगते हैं । ऐसे समय में बच्चे का मुण्डन कराना बहुत लाभकारी होता है ।

भगवान गणेश को तुलसी क्यों नहीं चढ़ाई जाती है ?

श्रीगणेश ने भी तुलसी को शाप देते हुए कहा—‘देवि ! तुम्हें भी असुर पति प्राप्त होगा और उसके बाद महापुरुषों के शाप से तुम वृक्ष हो जाओगी ।’

विभिन्न देवताओं के प्रिय पुष्प

जानें, किस देव को हैं कौन से पुष्प प्रिय ?

श्रीगणेश की 5 मिनट की संक्षिप्त पूजा विधि

तैंतीस करोड़ देवताओं में सबसे विलक्षण और सबके आराध्य श्रीगणेश आनन्द और मंगल देने वाले, कृपा और विद्या के सागर, बुद्धि देने वाले, सिद्धियों के भण्डार और सब विघ्नों के नाशक हैं । अत: अपना कल्याण चाहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन उनका स्मरण व अर्चन अवश्य करना चाहिए ।

मोदकप्रिय मुद मंगलदाता श्रीगणेश

श्रीगणेश का चतुर्थी तिथि में जन्म लेने का क्या कारण है? गणेश चतुर्थी पर कैसे करें श्रीगणेश को प्रसन्न ?

देवताओं की गणेश आराधना

हर समस्या का हल है गणपति के पास

अपने प्रिय भक्तों के संकटहारी श्रीगणेश

संकष्ट चतुर्थी के व्रत से गणपति देते हैं अपार धन और सुख-शान्ति का वरदान
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