Home Tags श्रीवल्लभाचार्यजी

Tag: श्रीवल्लभाचार्यजी

श्रीकृष्ण: शरणं मम

जिस प्रकार 'हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे' नाम महामन्त्र के कीर्तन का प्रचार श्रीचैतन्य महाप्रभु के आदेश के अनुसार बंगदेश में शुरू हुआ और आज वह सारे संसार को पवित्र कर रहा है, उसी प्रकार 'श्रीकृष्ण: शरणं मम' अष्टाक्षर महामन्त्र 'पुष्टि सम्प्रदाय' में नाममन्त्र संज्ञा से सुप्रसिद्ध है। यह अखण्डभूमण्डलाचार्यवर्य श्रीवल्लभाचार्यजी द्वारा प्रकटित है।
Exit mobile version